हृदय रोग विज्ञान
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एम्स में प्रो. सुजॉय बी. रॉय के नेतृत्व में हृदय रोग विभाग स्थापित किया गया था। विभाग में चिकित्सा देखभाल की उत्कृष्ट सुविधाओं का विकास किया गया है और यहां वयस्क तथा बाल रोगी हस्तक्षेपों के लिए सुविधाओं के पूरे विकास के साथ पोरोनरी हस्तक्षेप, वेल्वूलोप्लास्टी, जन्मजात दोष वाले शंट को बंद करने की युक्ति और विद्युत शरीर क्रिया विज्ञान सेवाएं (रेडियोफ्रीक्वेंसी एबलेशन, पेसमेकर, बाइ-वेंटीकुलर पेसमेकर और कार्डियोवर्टर डीफाइब्रिलेटर इम्प्लांटेशन सहित) उपलब्ध हैं। प्रयोगशाला की परीक्षण सुविधाओं में शामिल है ट्रेडमिल परीक्षण, होल्टर रिकॉर्डिंग, इकोकार्डियोग्राफी (ट्रांसफोरेसिक, ट्रांसइसोफेजियल, 3-डी और भ्रूण इकोकार्डियोग्राफी सहित), सिनकोप के लिए झुकाव परीक्षण और इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी परीक्षण सहित कार्टो सिस्टम मैपिंग की सुविधाएं उपलब्ध हैं। विभाग ने रियूमेटिक बुखार और रियूमेटिक हृदय रोग सहित किशोरावस्था के माइट्रल स्टेनोसिस, कोरोनरी आर्टरी रोग सहित एंजियोप्लास्टी, एरिथमियास, कार्डियोमायोपैथी और जन्मजात हृदय रोगों के क्षेत्र में अग्रणी कार्य किया है।
आरंभ से अब तक हृदय रोग विभाग के प्रमुखों के नाम निम्नानुसार हैं :
डॉ. सुजॉय बी. रॉय
डॉ. मदन लाल भाटिया
डॉ. राजन टंडन
डॉ. हरबन्स सिंह वसिर
डॉ. के. श्रीनाथ रेड्डी
डॉ. विनय कुमार बहल (वर्तमान विभागाध्यक्ष)